प्रतापगढ़ में आंवला का प्रमुख रूप से उत्पादन किया जाता है, जो इस जिले की पहचान है। इसके साथ ही जिले में बड़े पैमाने पर अमरूद एवं आम का भी उत्पादन किया जाता है। प्रतापगढ़ जिले में बहुत सी खाद्य प्रसंस्करण इकाइयां हैं, जो विभिन्न प्रकार के उत्पादों जैसे मुरब्बा, अचार, जैली, लड्डू, पाउडर, जूस, आंवला पाउडर एवं अन्य का उत्पादन करती हैं। वर्तमान में क्षेत्र में बहुत सी लघु एवं मध्यम उद्योग इकाइयां भी चल रहीं हैं। जिले में इस उद्योग के माध्यम से प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से अनेक रोजगार पैदा किये जा रहे हैं।
यह जिला फैजाबाद मंडल का एक हिस्सा है एवं इसका नामकरण बेला प्रतापगढ़ के नाम पर हुआ, जो आमतौर पर प्रतापगढ़ के नाम से भी जाना जाता है। प्रताप सिंह, जो वर्ष 1628-1682 के बीच राजा रहे, उन्होंने रामपुर में पुरान अरोर नगर के समीप अपना मुख्यालय स्थापित किया। यहां पर उन्होंने गढ़ (किले) का निर्माण भी कराया तथा उसे अपने नाम के तर्ज पर प्रतापगढ़ नाम दिया। इस जिले की भूमि काफी उपजाऊ है जिसके कारण यहां पर खाद्य प्रसंस्करण उद्योग प्रतिदिन बढ़ रहा है। वर्तमान में प्रतापगढ़ में कुल 6510 पंजीकृत उद्योग इकाइयां हैं। जिले की लगभग 569 हेक्टेयर भूमि वनीय है जो मुख्य रूप से जिले के केंद्र में है। वन में अधिकांश पेड़ सागोन, शीशम एवं जामुन के पाए जाते हैं।
तहसील
विकास खंड
ग्राम
लघु उद्योग
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