हींग
हाथरस लगभग पिछली एक शताब्दी से हींग का उत्पादन बड़े स्तर पर करता आ रहा है। इससे इस जिले को अलग पहचान एवं साख मिली है। कच्चा हींग प्रमुख रूप से अफगानिस्तान, ताजिकिस्तान एवं उज़्बेकिस्तान जैसे देशों से आयात किया जाता है। हींग बतौर उत्पाद भारतीय परिवारों में नित्य उपयोग उत्पाद के तौर पर अपनी औषधीय गुणवत्ता के कारण सदियों से इस्तेमाल किया जाता रहा है। हाथरस में विभिन्न समुदायों के लोग हींग उत्पादन के जरिए रोज़गार प्राप्त कर रहे हैं। यहां पर मौजूदा उपकरणों को हटाकर आधुनिक मशीनों को स्थापित किए जाने की भी जरूरत है।
परिचय
हाथरस उत्तर भारत के बृज परिक्षेत्र के अंतर्गत आता है एवं अपने औद्योगिक, साहित्य एवं सांस्कृतिक कलाओं के लिए प्रख्यात है। पुराणों एवं ऐतिहासिक कथाओं के अनुसार यह जिला महाभारत के समय से स्थापित है। ब्रिटिश शासनकाल के दौरान हाथरस औद्योगिक केंद्र माना जाता था। कपास मिल, चाकू, हींग एवं देसी घी के उत्पादों के यहां पर प्रमुख रूप से उद्योग स्थापित थे। यहां के प्रमुख उत्पाद चीनी एवं अनाज हैं। वर्तमान में हाथरस को होली के रंगों एवं गुलाल स्किन पाउडर, रेडीमेड कपड़े, रसायनों, कालीन बनाने, कृत्रिम मूंगा-मोती, पीतल, आर्टवेयर एवं हार्डवेयर, खाद्य तेल, मेटल हस्तशिल्प एवं पेय उत्पाद के लिए जाना जाता है। हाथरस जिला मुख्य रूप से कृषि के लिए जाना जाता है एवं यहां लगभग 70% आबादी आज भी कृषि एवं संबंधित कार्यों से जुड़ी हुई है।
- हींग उत्पादन उद्योग
- पेट्रोलीयम उद्योग
- ग्लास बीड विनिर्माण उद्योग
- कपास मिल
- दूध प्रसंस्करण उद्योग
- रंग विनिर्माण उद्योग
- कृषि आधारित
- कॉटन टेक्सटाईल
- रेडीमेड कपड़ा
- लकड़ी/लकड़ी आधारित फर्नीचर
- पेपर एवं पेपर उत्पाद
- रासायनिक/रासायनिक आधारित
- रबर, प्लास्टिक एवं पेट्रो आधारित
- रिपेयर एवं सर्विसिंग
- अन्य
ओडीओपी खाद्य उत्पाद हेतु नीतियों एवं योजनाओं का सारांश
क्र.सं. |
विभाग |
योजना |
1 |
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय |
पीएमकेएसवाई (प्रधान मंत्री किसान संपदा योजना) |
2 |
बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग , उत्तर प्रदेश |
खाद्य प्रसंस्करण औद्योगिक नीति 2017 |
3 |
बागवानी और खाद्य प्रसंस्करण विभाग , उत्तर प्रदेश |
एकीकृत बागवानी विकास मिशन राष्ट्रीय कृषि विकास योजना |
4 |
कृषि मंत्रालय |
एकीकृत कृषि विपणन योजना (आई एस ए एम) |
5 |
कृषि मंत्रालय |
राष्ट्रीय कृषि बाज़ार (ई-एन ए एम) |
6 |
कृषि मंत्रालय |
12वीं योजना के दौरान एकीकृत बागवानी विकास मिशन |
7 |
अपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास अधिकरण) |
बुनियादी ढांचा विकास हेतु अपीडा योजनाएँ |
8 |
अपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास अधिकरण) |
बाज़ार विकास हेतु अपीडा योजनाएँ |
9 |
अपीडा (कृषि एवं प्रसंस्कृत खाद्य उत्पाद निर्यात विकास अधिकरण) |
गुणवत्ता विकास हेतु अपीडा योजनाएँ |
10 |
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड |
कोल्ड स्टोरेज निर्माण हेतु पूंजी निवेश सबसिडी योजना |
11 |
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड |
व्यावसायिक बागवानी विकास योजना |
12 |
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड |
बागवानी के संवर्धन के लिए प्रौद्योगिकी विकास और हस्तांतरण |
13 |
राष्ट्रीय बागवानी बोर्ड |
बागवानी फसलों हेतु बाज़ार सूचना सेवाएँ |
14 |
राष्ट्रीय सुयोग्य प्रयोगशाला स्थापन अनुपालन निगरानी प्राधिकरण |
विज्ञान एवं तकनीकी विभाग |
15 |
खाद्य प्रसंस्करण मंत्रालय |
दिनांक 12.11.18 तक एचएसीसीपी योजना हेतु संशोधित दिशानिर्देश |
16 |
लघु कृषकों का कृषि व्यवसाय कंसोर्टीयम |
ईक्विटी अनुदान योजना |
17 |
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम विकास एवं निर्यात संवर्धन विभाग |
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम योजनाएँ |
18 |
निर्यात संवर्धन ब्यूरो, उत्तर प्रदेश सरकार |
निर्यात संवर्धनकारी योजनाएँ |
19 |
सूक्ष्म, लघु और मध्यम उद्यम नीति - 2017 |
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात संवर्धन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार |
20 |
बुनियादी ढांचा एवं औद्योगिक निवेश नीति - 2012 |
सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम एवं निर्यात संवर्धन विभाग, उत्तर प्रदेश सरकार |
21 |
सीएफ़सी (कॉमन फ़ेसीलिटी सेंटर) योजना |
ओडीओपी |
22 |
मार्केट विकास सहायता योजना |
ओडीओपी |
23 |
वित्त सहायता योजना |
ओडीओपी |
24 |
क्षमता विकास एवं उपकरण वितरण योजना |
ओडीओपी |
25 |
कृषक हेल्प लाइन |
उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पाद मार्केट बोर्ड |
26 |
कृषक उपहार योजना |
उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पाद मार्केट बोर्ड |
27 |
किसान सेवा केंद्र |
उत्तर प्रदेश राज्य कृषि उत्पाद मार्केट बोर्ड |