बदायूं अपने ज़री-जरदोज़ी उत्पादों के लिये प्रसिद्ध है । यह कार्य मुख्यतः बदायूं, बिसोली और दातागंज तहसीलों में किया जाता है । लगभग 35% परिवार इस कार्य में संलिप्त हैं । जरदोज़ी का उद्योग मूलतः एक कुटीर उद्योग है । इसमें उपयोग किया जाने वाला कच्चा माल यथा रेशम, करदाना मोती, कोरा कसाब, मछली पकड़ने वाला धागा, नकशी, मोती, चनला, जरकन नूरी, पत्तियां, शीशे, सुनहरी जंजीर इत्यादि स्थानीय बाज़ारों में उपलब्ध हो जाती है । इस कार्य को कारचोबी भी कहा जाता है ।
बदायूं बरेली मंडल का एक जनपद है । 11 दिसंबर 1949 से पूर्व यह एक स्वतंत्र रियासत था । बदायूं जनपद 5168 वर्ग किमी क्षेत्रफल में फैला है, इसमें 6 तहसील व 18 विकास खंड हैं । पूरे जनपद के 520039 हेक्टेयर क्षेत्रफल में से 6899 हेक्टेयर भाग वनाच्छादित है । बदायूं में 5000 से अधिक पंजीकृत औद्योगिक इकाइयाँ कार्यरत हैं । यहाँ के मुख्य उद्योगों में ज़री व जरदोज़ी मुख्य रूप से उल्लेखनीय हैं । इसके अतिरिक्त कुछ अन्य लघु उद्योग जैसे कृषि आधारित उद्योग, वस्त्र उद्योग लकड़ी के फर्नीचर उद्योग आदि भी यहाँ स्थित हैं ।
तहसील
विकास खंड
ग्राम
लघु उद्योग
मुख्य उद्योग
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