उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा 24 जनवरी 2018 को "एक जनपद एक उत्पाद" कार्यक्रम के शुभारम्भ के बारे में जानकर प्रसन्नता हुई है। इस पहल से पं. दीन दयाल उपाध्याय द्वारा समाज के अंतिम पायदान पर खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के विचार को बल मिलेगा।
गांधी जी ग्रामीण विकास के लिए जिन बुनियादी चीजों को आवश्यक समझते थे उनमें ग्राम स्वराज, ग्रामोद्योग और समग्र ग्राम विकास प्रमुख हैं। गांधी जी कहते थे कि 'भारत गांवों में बसता है'। भारत के विकास के लिए गांवों का विकास करना आवश्यक है। विकास की यात्रा में गांवों को साथ लेकर चलने और किसानों की आय को दोगुनी करने के लिए सरकार प्रतिबद्ध है।
उत्तर प्रदेश के समृद्ध कारीगरों ने अपनी उत्कृष्ट कला से देश में एक अलग पहचान बनाई है। हर जनपद को किसी विशेष उत्पाद के लिए जाना जाता है। मुझे आशा है कि श्री योगी आदित्यनाथ जी की 'एक जनपद एक उत्पाद' की अवधारणा से पिछड़े वर्गों, महिलाओं और युवाओं को विशेष लाभ पहुंचेगा। हर जनपद विकास की एक नई कहानी लिखेगा और असंतुलित क्षेत्रीय विकास दूर करने में मदद मिलेगी।
इस महत्वपूर्ण और दूरगामी परिणाम देने वाली पहल के लिए मैं उत्तर प्रदेश सरकार को बधाई देता हूं। 'एक जनपद एक उत्पाद' कार्यक्रम की सफलता के लिए शुभकामनाएं।