पीतल के बर्तन
पीतल के उत्पाद संत कबीर नगर का एक प्राचीन शिल्प है। इस शिल्प में संलिप्त कारीगर विभिन्न प्रकार के कटोरे, प्लेटों, ग्लास, बर्तनों, जग, फूलदान, घंटी आदि का निर्माण करते हैं। यहां पर उत्पादित किए जाने वाले ब्रास हस्तशिल्प उत्पाद विश्व प्रसिद्ध हैं एवं यह सच्ची भारतीय शिल्प कौशल एवं प्राचीन भव्यता को दर्शाते हैं, जिसके लिए भारतीय ब्रासवेयर को विश्व स्तर पर जाना जाता है। इन अनन्य एवं सुंदर ढंग से तैयार किए गए उत्पादों को सिर्फ राष्ट्रीय बाजार में ही नही वरन् अंतर्राष्ट्रीय बाजार में भी ख्याति प्राप्त है।
परिचय
संत कबीर नगर जिला उत्तर प्रदेश के बस्ती मंडल का एक हिस्सा है। यहां का जिला मुख्यालय खलीलाबाद शहर है। वर्ष 1997 में उत्तर प्रदेश के पूर्वी क्षेत्र में संत कबीर नगर जनपद की स्थापना की गई थी। इस जिले का नामकरण प्रख्यात संत (कवि) संत कबीर के नाम पर हुआ था, जो जिले के मगहर नगर में निवास करते थे। इस जिले का विभाजन बस्ती जनपद के 131 ग्रामों एवं सिद्धार्थनगर जनपद के 161 ग्रामों से हुआ है।
होज़री उत्पाद
संतकबीर नगर अपने उत्कृष्ट होज़री उत्पादों हेतु भी ख्यात है | यहाँ के बने होज़री उत्पाद गर्मियों के मौसम के बहुत अनुकूल होते हैं | इन उत्पादों में बच्चों के सूट, बड़ों की टी-शर्ट और अन्य परिधान होते हैं | कच्चे माल के लिए मुख्य निर्भरता कानपुर व लुधियाना जनपद हैं | यहाँ बने उत्पाद सस्ते व टिकाऊ होने के साथ साथ आकर्षक भी होते हैं | अब यह उद्योग जनपद के विभिन्न ग्राम्य क्षेत्रों में भी फैल गया है | जहां तक कुल रोजगार उपलब्धता की बात है तो ये उद्योग ज़िले की जनसंख्या के एक बड़े भाग को प्रत्यक्ष व परोक्ष रूप से रोजगार प्रदान करता है | यहाँ के बने होज़री उत्पादों की तुलना कानपुर व कोलकाता में निर्मित उत्पादों से की जाती है |
- ब्रासवेयर उत्पाद उद्योग
- चीनी मिल
- होज़री उत्पाद
- कृषि आधारित
- सूती वस्त्र
- रेडीमेड गार्मेंट एवं कढ़ाई
- लकड़ी/लकड़ी आधारित फर्नीचर
- पेपर एवं पेपर उत्पाद
- चमड़ा आधारित
- रासायनिक/रासायनिक आधारित
- धातु आधारित
- अभियांत्रिकी इकाइयां
- रिपेयरिंग एवं सर्विसिंग
संबन्धित योजनाएँ एवं नीतियाँ