तारकशी कला
तारकशी एक ऐसी कला है जिसमें पीतल, तांबे या चांदी के तारों को लकड़ी में जड़ा जाता है। यह इस जनपद का एक अनूठा एवं कलात्मक उत्पाद है। इस कला का इस्तेमाल ज़ेवरों के डिब्बे, नाम पट्टिका इत्यादि वस्तुओं के सजावट में होता है। इसके साथ-साथ तारकशी की अद्भुत कला का इस्तेमाल दरवाजों के पैनल, ट्रे व लैम्प, संदूक, मेज़, फूलदान इत्यादि सजावटी वस्तुओं में भी होता है। मैनपुरी में इस कला के लिए ख़ासतौर पर शीशम की लकड़ी का इस्तेमाल होता है। लकड़ी में धातु के तार जड़ने का कार्य श्रमसाध्य माना जाता है तथा इसे सिर्फ कुशल कारीगरों द्वारा ही किया जा सकता है। इसमें पहले कागज से लकड़ी के टुकड़े पर डिजाइन को उकेरा जाता है, फिर उस डिजाइन में पीतल, तांबे या चांदी के तार हथौड़े की मदद से जड़े जाते हैं।
परिचय
मैनपुरी उत्तर प्रदेश का एक जिला है जो आगरा मंडल का एक भाग है। मैनपुरी नगर जिला मुख्यालय है। यह जिला उत्तर प्रदेश के पश्चिमी क्षेत्र में दक्षिण पश्चिमी क्षेत्र की ओर स्थित है। यह उत्तर में एटा जिले से, पूर्व में फ़र्रुखाबाद व कन्नौज जिले से, दक्षिण में इटावा जिले से तथा पश्चिम में फ़िरोज़ाबाद व एटा जिले से घिरा हुआ है।
वस्त्र सिलाई एवं कढ़ाई (ज़री-ज़रदोज़ी )
मैनपुरी जनपद में ज़री व जरदोज़ी का काम बहुत पुराने समय से प्रचलन में हैं | मूल रूप से यहाँ पहले से सिले हुए वस्त्रों पर ही कढ़ाई का काम किया जाता है | ज़री के काम की परंपरा मुग़ल काल से प्रारम्भ हुई | शाही पोशाकों व उनके परिवार के वस्त्रों पर मंहगी कढ़ाई की आवश्यकता ने इस कला को कंम दिया | यद्यपि आज यह कला इस जनपद में दूर दूर तक फैल चुकी है परंतु कुछ चुने हुए परिवार अब अभी इस जनपद में हैं जिनके पूर्वज कभी मुग़ल बादशाहों के कपड़ों में जरदोज़ी का काम किया करते थे | इस कार्य हेतु सोने व चांदी के तारों का प्रयोग किया जाता है | कम महंगे वस्त्रों पर रेशमी धागे का भी प्रयोग किया जाता है | धातु की पतली पतली सुइयों को डिज़ाइनों के आर पार चुभो कर इस कला को वस्त्रों पर उतारा जाता है | वास्तव में यह एक दुष्कर कार्य है | मैनपुरी के कारीगर इस कला में पारंगत हैं | आस पास के जिलों में यहाँ तैयार किए हुए वस्त्र विपणन हेतु भेजे जाते हैं |
- रेडी-मेड गारमेंट्स एवं कपड़ों पर कढ़ाई
- लकड़ी/ लकड़ी आधारित फर्नीचर
- इंजीनियरिंग इकाइयाँ
- विद्युत मशीनरी एवं यातायात उपकरण
- मरम्मत एवं सर्विसिंग
- वस्त्र सिलाई एवं कढ़ाई (ज़री-ज़रदोज़ी )
संबन्धित योजनाएँ एवं नीतियाँ