साड़ियों पर ज़री का अधिकतर कार्य गोपालापुर, दुल्हीपुर, सतपोखरी , सिंकंदरपुर और केस्तर ग्रामों के कारीगरों द्वारा किया जाता है । वर्तमान में, ज़री कार्य इस जनपद का मुख्य कार्य बन गया है । यहाँ के कारीगर वाराणसी में स्थित तमाम इकाइयों में काम करते हैं ।
चंदौली जनपद का गठन 1997 में वाराणसी जनपद को काट कर किया गया था। यह वाराणसी मंडल का एक भाग है । यह जनपद भारत के सकल घरेलू उत्पाद में अपने गेहूँ और चावल के उत्पादन से महत्वपूर्ण योगदान देता है । इस जनपद के लोगों की आजीविका का मुख्य साधन कृषि है तथा गेहूँ व चावल यहाँ की प्रमुख फसलें हैं । इस जनपद में चन्द्रप्रभा नामक वन्य जीव अभयारण्य तथा देवदारी व राजदारी नामक स्थलों पर जल प्रपात भी हैं ।
तहसील
विकास खंड
ग्राम
पंजीकृत औद्योगिक इकाइयाँ
लघु उद्योग
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